Verse 1
सारे जहाँ में येशु तेरा जुनूँ है छा
हर जुबाँ पे तू ही तू है दिख रहा
तेरी दिवानगी में है जो मज़ा मेरे येशु
तो काफिल-ए मसीहा यूँ बढ़ता जा रहा
Pre-chorus
तेरी वफा से बढ़कर, कुछ नहीं है बहतर – 2
अब तो जीना है मसीह, मरना है नफा
Chorus
शादमान है ये ज़मीन और आसमाँ
सितारे भी करते हैं तेरी महिमा बयाँ
तू महरबान है ओ मेरे खुदा
तो क्यों न करूँ मैं तेरा शुक्रिया सदा
मैं करता रहूँगा तेरा शुक्रिया सदा – 2
Verse 2
कोई न कर सकेगा वो जो तूने है कर दिया
मुझे ये ज़िन्दगी दी खुद को कर ज़बह
मौत को हराया जिन्दा हुआ जब मुर्दों से
बढ़ती रहेगी तेरी सलतनत सदा